NCB के अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंग ने ड्रग्स केस मे बचाने के लिए दिपीका पदुकोण से 25 करोड़ रूपये की रिश्वत लेने का आरोप
समीर वानखेड़े की वजह से शाहरुख खान, सलमान खान, रिया चक्रवर्ती सब ईडी के घेरे में।
क्या है सच जो मिडीयावालो को पता नहीं।
क्यों मीडिया आधी अधूरी और एकतर्फी खबर चला रही है। पिछले साल के पुराने केस में कल अचानक न्यूज़ क्यों चलने लगी
इस केस का संबंध कैसे सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान से हैं।
ॲड नीलेश ओझा के साक्षात्कार के मुख्य अंशो पर मिडिया की Fact Check रिपोर्ट।
नई दिल्ली :- कल लगभग सभी मिडिया ने न्यूज़ चलाई की समीर वानखेड़े पर ‘ईडी‘ ने केस दर्ज किया है।
लेकिन ‘ईडी‘ ने तो वह मामला 2023 में ही दर्ज कर दिया था। कल तो समीर वानखेड़े ने हाई कोर्ट में ईडी के तहकीकात को रोकने की याचिका दायर की हैं और उसे हायकोर्ट ने 15 फरवरी 2024 को सुनवाई के लिए रखा हैं। लेकिन इस मामले की सही रिपोर्टिंग मिडिया ने नहीं की है की, किस आधारपर समीर वानखेड़े ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
1. क्या है मामला:-
1.1. शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और कई लोगो को ड्रग्स केस में नार्कोटीक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े की टीम ने गिरफ्तार किया था। आर्यन खान के खिलाफ के कई सबूत NCB (Narcotics Control Bureau) की ओर से कोर्ट और मिडीया को भी दिये गये है।
1.2. इस केस के अलावा समीर वानखेड़े ने सुशांत सिंग राजपूत मामले में रिया चक्रवर्ती को ड्रग्स स्मगलिंग केस में गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ चार्ज-शीट भी दायर की। [Crime No. 16 of 2020 NCB (Narcotics Control Bureau) Mumbai]
2. NCB के अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंग ने आरोपियों से रिश्वत लेकर समीर वानखेड़े और अन्य अधिकारियो को फसाया
2.1. रिया चक्रवर्ती और अन्य आरोपियों के खिलाफ NCB ने एक और FIR दर्ज की थी जिसका Crime No 15 of 2020 है। उसी केस में रिया चक्रवर्ती के मोबाइल से ‘चॅट रिकव्हरी’ में रिया के आदित्य ठाकरे के साथ के गैरकानूनी संबधो का भी पता लगा था और डिनो मोरिया के फ़ोन सर्विलांस से डिनो मोरिया द्वारा आदित्य ठाकरे को बड़ी मात्रा में ड्रग्स सप्लाय होने की बात भी सामने आई थी।
2.2. उस Crime No. 15 of 2020 में अन्य आरोपियों में बॉलीवुड अभिनेत्री दिपीका पदुकोण, रकूलप्रीत सींग, रणवीर सींग, करण जौहर आदी के नाम थे।
2.3. इन सभी मामलो मे आरोपीयो से करोडो रुपयों की कमाई का जरिया NCB के वरिष्ठ अधिकारी ज्ञानेश्वर सींग को दिखा।
2.4. ज्ञानेश्वर सिंग ने एक सोची सामझी साजिश के तहत समीर वानखेड़े पर शाहरुख़ खान से रिश्वत लेने के आरोप लगवाकर सारे मामलो की जांच खुद के पास ले ली और आर्यन खान को क्लीन चीट देकर कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर दी। इसके आलावा Crime No. 15 of 2020 में दिपीका पदुकोण और अन्य आरोपियों के खिलाफ का केस भी दबा दिया। जिसमे रिया चक्रवर्ती, आदित्य ठाकरे से लेकर सुशांत सिंग मामले से संबंधीत कई आरोपियों के खिलाफ के सबूत दबा दिये गये।
2.6. ज्ञानेश्वर सिंग के इन भ्रष्टाचारों के खिलाफ समीर वानखेड़े ने आवाज उठाई तो ज्ञानेश्वर सिंग ने खुद ही एक Enquiry Report बनाकर समीर वानखेड़े के खिलाफ सीबीआई में FIR दर्ज करा दी।
2.7. ज्ञानेश्वर सिंग के उस रिपोर्ट को कोर्ट ने गैरकानूनी घोषित कर दिया क्योकि उस मामले में ज्ञानेश्वर सिंग खुद गवाह थे इसलिए वे मामले की तहकीकात नही कर सकते थे। [CAT Order dated 21.08.2023]
जिसकी वजह से उस गैरकानूनी रिपोर्ट पर आधारीत CBI और ईडी का FIR भी गैरकानूनी हो जाता है ऐसा सुप्रीम कोर्ट ने कानून बनाया है [Davinder Pal Singh Bhullar Vs. State of Punjab (2011 )14 SCC 770]
3. ईडी और समीर वानखेडे के संबंध में मिडिया में प्रकाशीत रिपोर्ट का Fact Check. (पंचनामा)
3.1. मिडिया ने कल ऐसी खबरे चलाई की जैसे समीर वानखेडे पर कल ही ‘ईडी‘ ने केस दर्ज किया है।
3.2. सच्चाई यह है की ‘ईडी‘ ने करीब छह-सात महिने पहले याने जुलै 2023 के आस–पास सीबीआय के केस के आधारपर केस दर्ज कर दिया था. [ENFORCEMENT CASE INFORMATION REPORT (ECIR) No. MBZO =11/36/2023]
3.3. अभी समीर वानखेडे ने ‘ईडी‘ का केस खारीज करने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट मे याचिका दायर की और कोर्ट ने मामले की सुनवाई 15 फरवरी 2023 को रख दी इसलिए वह मामला सामने आया ।
लेकिन मिडीया ने इस बात को घुमा फिराकर गुमराह करने वाली खबरे प्रकाशीत की। ऐसी खबरो के पीछे उद्देश यह था की लोगो मे समर वानखेड़े के खिलाफ अविशवास का माहौल किया जा सके।
3.4. समीर वानखेड़े ने अपने याचिका में किस आधारपर ‘ईडी‘ का केस ख़ारिज करने की मांग की है इस बात को जान बुझकर दबाया गया। ऐसी खबरे प्रकाशीत करने की साजिश के पीछे NCB के अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंग का हाथ होने की खबर है.
4. ‘ईडी‘ और सीबीआय के केस में कैसे फस सकते है सलमान खान, रिया चक्रवर्ती, आदित्य ठाकरे, शाहरुख खान और ज्ञानेश्वर सिंग।
4.1. इस केस में सबसे मजेदार पहलू यह है की अगर समीर वानखेड़े के खिलाफ की FIR (First Information Report) सही मान ली जाए तो भ्रष्टाचार निरोधक कानून Prevention Of Corruption Act की धारा 8 और 12 तहत रिश्वत देने के लिए में खुद शाहरुख़ खान, उनकी सेक्रेटरी पूजा दादलानी और बेटे आर्यन खान आरोपी बन सकते है।
4.2. लेकिन CBI ने अपनी FIR मे शाहरुख़ खान को आरोपी नहीं बनाया इसलिए समीर वानखेड़े के खिलाफ की FIR ख़ारिज हो सकती है।
4.3. दूसरी बहोत ही महत्वपूर्ण बात यह है की मुख्य आरोपीयो को बचाने के लिए समीर वानखेडे के खिलाफ सीबीआय और ‘ईडी‘ की यंत्रणाओ का दुरूपयोग करने के मामले मे ज्ञानेश्वर सिंग, शाहरुख खान, सलमान खान, रिया चक्रवर्ती, आदित्य ठाकरे, आदी लोगो के खिलाफ IPC. 109, 409, 211, 192, 193, 120(B), 34 आदी धाराओ के तहत करवाई हो सकती है।
4.4. सीबीआय को दी गयी लिखित शिकायत मे वरिष्ठ अधिकारी श्री. समीर वानखेडे ने पुख्ता सबूत दिये है की NCB के ज्ञानेश्वर को दिपीका पदुकोण ने 25 करोड़ रूपये एक अन्य आरोपी और ज्ञानेश्वर सिंग के एजंट के द्वारा पहुचाए गये है।
ऐसा ही भ्रष्टाचार ज्ञानेश्वर सिंग द्वारा शाहरुख़, सलमान, रिया, आदित्य, डिनो मोरीया मामले मे करने के सबूत होने की बात कही जा रही है।
4.5. सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाये गये कानून के तहत समीर वानखेड़े और अन्य अधिकारियो की शिकायत पर ज्ञानेश्वर सिंग के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज कर करवाई करना सीबीआय की जिम्मेदारी है. [Priya Gunaji Gaokar v. State of Maharashtra, 2014 SCC OnLine Bom 5139, Lalita Kumari vs. State AIR 2014 SC 187,Babubhai Vs. State 2011 (1) SCC (Cri) 336]
4.6. ज्ञानेश्वर सिंग द्वारा दिपीका पदुकोण, आर्यन खान, रिया चक्रवर्ती, सलमान खान,आदित्य ठाकरे, करन जोहर आदी बडे आरोपीयो के खिलाफ कारवाई नही करना यह दिखता है की दिपीका पदुकोण की तरह अन्य सभी आरोपीयो से ज्ञानेश्वर सिंग की करोडो रुपये की डील हुई है और केस का सारा सच उजागर करने के लिए ज्ञानेश्वर सिंग की ‘ नार्को टेस्ट‘ जरुरी हो गई है।
4.7. अब समीर वानखेड़े का मामला हाई कोर्ट पहुचने और खुद NCB के वरिष्ठ अधिकारीयो द्वारा ज्ञानेश्वर सिंग का भ्रष्टाचार उजागर करके लिखीत शिकायत होने की वजह से इसमे तुरंत करवाई होने की संभावना जताई जा रही है।